देहरादून,डाकपत्थर। सीटू से संबद्ध उत्तराखंड संविदा श्रमिक संघ का एक दिवसीय सम्मेलन UJVNL कार्यालय परिसर में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में मजदूरों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई और संघर्ष के संकल्प के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन के मुख्य वक्ता सीटू के जिला महामंत्री लेखराज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर एकजुट होकर संघर्ष कर रहे हैं। 9 जुलाई की सफल हड़ताल से यह साबित हो चुका है कि मजदूर चारों श्रम संहिताओं को लागू नहीं होने देंगे, क्योंकि ये मजदूरों को गुलाम बनाने वाली नीतियां हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि UJVNL में कार्यरत श्रमिकों को बोनस, वेतन पर्ची, नियुक्ति पत्र और अवकाश जैसी मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं, जबकि ये सब श्रम कानूनों में निहित अधिकार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निगम प्रशासन ने समय रहते मांगें पूरी नहीं कीं, तो आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह UJVNL प्रबंधन की होगी।
इस अवसर पर सीटू के उपाध्यक्ष भगवंत पायल और कोषाध्यक्ष रविन्द्र नौढ़ियाल ने भी विचार व्यक्त किए और सीटू के महत्व व इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
सम्मेलन में यूनियन के चुनाव भी सम्पन्न हुए, जिनमें निम्नलिखित पदाधिकारी चुने गए:
अध्यक्ष गोपाल वाल्मीकि,उपाध्यक्ष अमानत, प्रेम सिंह नेगी,महामंत्री नवीन तोमर,कोषाध्यक्ष जसवीर तोमर,संयुक्त मंत्री अशफाक, गजेंद्र सिंह
कार्यकारिणी सदस्य गीता देवी, शमशेर चौहान, सोनू, अजय कुमार, विजय पल, तेजपाल
इसके अतिरिक्त, तनवीर आलम को सीटू का संयोजक चुना गया, जो यूनियन को दिशा-निर्देश प्रदान करेंगे।
सम्मेलन से पूर्व गोपाल वाल्मीकि ने सीटू का ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर गीता देवी, सत्यपाल सिंह तोमर, अमित कुमार, असफाक, राजेंद्र सिंह चौहान, कुलदीप सिंह, प्रेम सिंह नेगी, राखी, डोली, गुड्डी, सोफी खन्ना, संजीत चौहान, आनंद, रोहित कुमार सहित बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्थित रहे।
क्य