देहरादून।उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने केदारनाथ घाटी में बीते 40 दिनों के भीतर हुई पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर गहरा शोक, चिंता और आक्रोश प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि ये हादसे केवल तकनीकी चूक नहीं, बल्कि राज्य सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता का प्रमाण हैं।
करन माहरा ने आरोप लगाया कि चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाएं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुरू की गई थीं, लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा इन सेवाओं के संचालन में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि खराब मौसम में भी उड़ानों को अनुमति दी जा रही है, जबकि एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। पायलटों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सरकार के पास कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। हर हादसे के बाद एक रूटीन जांच समिति बनाकर मामला दबा दिया जाता है, लेकिन जिम्मेदारों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।
कांग्रेस अध्यक्ष की प्रमुख मांगें:
- चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर संचालन की स्वतंत्र उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
- हेलीकॉप्टर कंपनियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए।
- मौसम, तकनीक और पायलट प्रशिक्षण के विषयों पर स्पष्ट और सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
- एक स्थायी और प्रभावी एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की व्यवस्था की जाए।
करन माहरा ने आज, 15 जून को हुई दुर्घटना में मृत श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा किहम आस्था के मार्ग को लापरवाही की कब्रगाह नहीं बनने देंगे। कांग्रेस पार्टी इस गंभीर मुद्दे को जनता के बीच मजबूती से उठाएगी और सरकार को हर हाल में जवाबदेह बनाएगी।