देहरादून। पहलगाम में हाल ही में हुई आतंकवादी घटना के बाद उत्तराखंड में अध्ययनरत कश्मीरी छात्रों को मिल रही धमकियों के मद्देनज़र, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीएम के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक डीजीपी की अनुपस्थिति में पुलिस महानिरीक्षक आईजी आनंद भरणे से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें धमकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि हिन्दुत्ववादी संगठनों द्वारा कश्मीरियों को धमकाने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ व अनर्गल पोस्ट फैलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और सोशल मीडिया पर प्रसारित आपत्तिजनक सामग्री को प्रतिबंधित किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल ने अवगत कराया कि पुलवामा हमले के समय भी उत्तराखंड में कश्मीरी छात्रों को इसी प्रकार धमकियों का सामना करना पड़ा था, तब पार्टी के हस्तक्षेप और प्रशासन की सहायता से छात्रों को सुरक्षित उनके घर भेजा गया था।
प्रतिनिधिमंडल ने चिंता जताई कि पहलगाम की घटना के बाद एक बार फिर देहरादून समेत पूरे राज्य में कश्मीरी छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। प्रशासन और पुलिस का कर्तव्य है कि वे छात्रों को सुरक्षा का भरोसा दिलाएं और असामाजिक तत्वों द्वारा दी जा रही धमकियों तथा सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भड़काऊ संदेशों पर सख्ती से रोक लगाएं।
प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र पुरोहित, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं पार्टी जिला सचिव शिवप्रसाद देवली, सचिव अनन्त आकाश, वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र सजवाण, हिमांशु चौहान, भगवंत पयाल आदि उपस्थित थे।