धर्म

राठ क्षेत्र के पैठाणी में शुरू हुआ घण्डियाल देवता के निशाण का उठांगण

राठ क्षेत्र के पैठाणी में शुरू हुआ घण्डियाल देवता के निशाण का उठांगण

  पौड़ी गढ़वाल,उत्तराखंड। राठ क्षेत्र के पैठाणी गांव में लगभग 101 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद घण्डियाल (घण्टाकर्ण) देवता के निशाण का उठांगण किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर गांव और क्षेत्रवासियों में भारी उत्साह है। इतने लंबे समय बाद इस प्रकार के पूजा-अनुष्ठान का आयोजन होने से श्रद्धालु बेहद प्रसन्न और भावविभोर हैं। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, पिछली बार घण्डियाल देवता के निशाण को सन् 1923 में उनके पूर्वजों द्वारा निकाला गया था। अब, इतने वर्षों बाद, एक बार फिर से घण्डियाल देवता के निशाण का दर्शन होना पूरे गांव और क्षेत्र के लिए…
Read More
संस्कृत विभाग के प्रेक्षागृह में हुआ कुलानन्द घनशाला द्वारा रचित गढ़वाली रामलीला का लोकार्पण, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी रही उपस्थित

संस्कृत विभाग के प्रेक्षागृह में हुआ कुलानन्द घनशाला द्वारा रचित गढ़वाली रामलीला का लोकार्पण, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी रही उपस्थित

  उत्तराखंड, देहरादून। बृहस्पतिवार को संस्कृत विभाग के प्रेक्षागृह में कुलानन्द घनशाला द्वारा रचित गढ़वाली रामलीला ग्रंथ का लोकार्पण मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन राधा रतूड़ी के कर-कमलों के द्वारा सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्व लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने की।विशिष्ठ अतिथि के रूप में पूर्व डीजीपी उत्तराखंड अनिल रतूड़ी, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के कुलपति संजय जसोला उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि राधा रतूड़ी ने गढ़वाली रामलीला के रचनाकार कुलानन्द घनशाला की प्रसंशा करते हुए कहा कि सभ्य मानव ही साहित्य की रचना करता है, और भाषा उसकी माध्यम है। रामायण हमारे सबसे प्राचीनतम ग्रन्थों में से…
Read More
भगवान के भोग प्रसाद को पवित्रता के साथ बनाया जाए – सतपाल महाराज

भगवान के भोग प्रसाद को पवित्रता के साथ बनाया जाए – सतपाल महाराज

उत्तराखंड देहरादून। उत्तरप्रदेश के त्र्यंबकेश्वर में भगवान के भोग (प्रसाद)  में मिलावट पर  प्रदेश के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, मिलावटी वस्तुएं धार्मिक उत्सव तक नहीं पहुंचनी चाहिएं। नासिक उत्तर प्रदेश के त्र्यंबकेश्वर मंदिर के यज्ञ के पास मिलावटी प्रसाद अस्वीकार्य है। यह समस्या हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ है। उत्तराखंड में जहां-जहां भी भगवान का भोग बनता है, हमने उसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।  प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री, सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश के त्र्यंबकेश्वर मंदिर के यज्ञ के पास मिलावटी प्रसाद अस्वीकार्य…
Read More

विशेष पूजा-अर्चना तथा जलाभिषेक के साथ सम्पन्न हुई कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा,भारी बारिश के बीच सैकड़ों कार्यकर्ता रहे उपस्थित

    विशेष संवाददाता रूद्रप्रयाग। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में श्री केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा अपने दूसरे चरण में धाम में पहुंची तथा विधिवत पूजा अर्चना, जलाभिषेक तथा केदारनाथ क्षेत्र के क्षेत्रपाल भैरव मन्दिर में न्याय की अर्जी लगाकर यात्रा का समापन किया गया। इस अवसर पर करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस के सैकडों कार्यकर्ताओं ने विश्व के कल्याण, भारत की खुशहाली एवं उत्तराखण्ड राज्य की समृद्वि तथा भाजपा को सदबुद्वि देने की कामना करते हुए यह यात्रा सम्पन्न की है।जो लोग हम सबके आस्था के प्रतीक केदारनाथ घाम को बॉटने का…
Read More
Somvati Amavasya 2023: 19 साल बाद बना सावन में सोमवती अमावस्या का योग, गंगा स्नान करने उमड़ी भीड़

Somvati Amavasya 2023: 19 साल बाद बना सावन में सोमवती अमावस्या का योग, गंगा स्नान करने उमड़ी भीड़

Haridwar: सोमवती अमावस्या के दिन मात्र जलस्नान करना व्यक्ति को अश्वमेघ यज्ञ के समान फल दे देता है. आज के दिन कोई अपने पितरों की कामना करते हुए किसी भी प्रकार से 108 परिक्रमा कर ले, तो यह निश्चित समझिए कि व्यक्ति का कितना भी कठिनाईपूर्ण जीवन सुधर जाता है और व्यक्ति की मनोकामना इच्छितकामना पूर्ण हो जाती है आज सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है यानी सोमवार की अमावस्या. वैसे तो अमावस्या का अपना अलग महत्व है, मगर सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी है और उस पर सावन में सोमवती अमावस्या पड़ने का योग अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह…
Read More
Sawan 2023: सावन के सोमवार शिव तांडव स्तोत्र पाठ करने से होगा लाभ।

Sawan 2023: सावन के सोमवार शिव तांडव स्तोत्र पाठ करने से होगा लाभ।

रावण भगवान शिव का परम भक्त था और महादेव को प्रसन्न करने के लिए उसने विशेष स्तुति की रचना की थी, जिसे शिव तांडव स्त्रोत के नाम से जाना जाता है. कहते हैं कि शिव तांडव स्त्रोत में वो शक्ति है, जो महादेव को कृपा बरसाने पर मजबूर कर देती है. ज्योतिषविद कहते हैं कि यदि सावन के सोमवार नियमित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ किया जाए तो भोलेनाथ से कोई भी वरदान प्राप्त किया जा सकता है. क्या है शिव तांडव स्तोत्र? शिव तांडव स्तोत्र भगवान शिव के परम भक्त रावण द्वारा की गई एक विशेष स्तुति है. यह…
Read More
शिव आस्था और भक्ति का पवित्र श्रावण मास शुरू, 8 सोमवार के साथ 2 माह चलेगा सावन का महीना

शिव आस्था और भक्ति का पवित्र श्रावण मास शुरू, 8 सोमवार के साथ 2 माह चलेगा सावन का महीना

सावन माह की प्रमुख तिथियां इस साल अधिकमास के कारण सावन का महीना 58 दिनों तक चलेगा। सावन महीने की शुरुआत के साथ ही कई व्रत-त्योहार भी आरंभ हो जाते हैं। 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू होकर 31 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान कई त्योहार मनाए जाएंगे। 6 जुलाई को संकष्टी चतुर्थी, 13 जुलाई को कामिका एकादशी, 15 जुलाई को मासिक शिवरात्रि, 17 जुलाई को श्रावण माह की अमावस्या, 19 अगस्त को हरियाली तीज, 21 अगस्त नाग पंचमी, 30 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना पांचवां महीना होता है।…
Read More
कैसे हुई कांवड़ यात्रा की शुरुआत? कौन था संसार का सबसे पहला कांवड़िया।

कैसे हुई कांवड़ यात्रा की शुरुआत? कौन था संसार का सबसे पहला कांवड़िया।

मान्यता है कि सावन में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि के दिन इस गंगा जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूरी होती है. इस साल सावन के 59 दिनों में पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई और दूसरी शिवरात्रि 14 अगस्त को पड़ रही है. बहरहाल कांवड़ यात्रा को लेकर आपके मन में यह सवाल भी जरूर चल रहा होगा कि संसार का सबसे पहला कांवड़िया कौन था. तो चलिए इससे संबंधित दो प्रमुख कथाएं आपको बताते हैं. क्या रावण था पहला कांवड़िया? एक और धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान शिव ने समुद्र मंथन में निकले विष को…
Read More