चमोली। गैरसैंण स्थित ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही आठ बार स्थगित करनी पड़ी। पूरे दिन में मात्र एक घंटा 45 मिनट ही सदन चल पाया। सुबह सत्र शुरू होने से लेकर शाम चार बजे तक कांग्रेस विधायक वेल में नारेबाजी करते रहे। इसी शोरगुल के बीच सरकार ने नौ विधेयक सदन में पेश किए। अनुपूरक बजट पेश होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी, लेकिन इसके बावजूद विपक्षी विधायक वेल में ही बैठे रहे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कई बार विधायकों से अपने स्थान पर बैठने की अपील की, लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा। पंचायत चुनावों में कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सभी कार्यवाही स्थगित कर चर्चा कराने की मांग रखी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अध्यक्ष को बार-बार 10-10 मिनट के लिए सदन स्थगित करना पड़ा।
हंगामे के दौरान विपक्षी विधायकों ने कार्यसूची की प्रतियां फाड़कर पर्चे उड़ाए, सचिव की मेज पलट दी और माइक तक तोड़ डाला। हंगामे के दौरान विपक्षी विधायकों ने कार्यसूची की प्रतियां फाड़कर पर्चे उड़ाए, सचिव की मेज पलट दी और माइक तक तोड़ डाला।