उत्तराखंड ,देहरादून। राज्य के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने पंचायती राज निर्देशालय में विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान कहा है कि पंचायतों को 29 विषयों के हस्तांतरण के लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है और इस प्रक्रिया को 31 जनवरी 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15वें वित्त आयोग की धनराशि के ‘कर-अनुपात’ में कटौती होनी चाहिए।पंचायतों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं के कार्यान्वयन में किसी भी प्रकार की ढिलाई न हो।
महाराज ने पंचायतों को 29 विषयों के हस्तांतरित करने के संदर्भ में कहा कि NIRDPR द्वारा अब तक महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, गुजरात और मध्य प्रदेश का दौरा किया जा चुका है और पश्चिम बंगाल की जगह एक अन्य राज्य के दौरे के लिए विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है।
संस्थान द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों में काम, वित्त और कर्मचारियों के हस्तांतरण (3Fs) की प्रमुख चुनौतियों के आधार पर नवंबर 2024 में विभागों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा और NIRDPR द्वारा 31 जनवरी 2025 तक अंतिम रूप से हस्तांतरण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए विभाग को मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने NIRDPR की टीम से संपर्क कर अंतिम रिपोर्ट 31 दिसंबर 2024 तक सौंपने के निर्देश भी दिए।
पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारत सरकार से पंचायती भवन निर्माण के लिए आवश्यक ₹10 लाख की राशि को बढ़ाकर ₹20 लाख किए जाने के संबंध में चर्चा की और शीघ्र कैबिनेट में लाने के निर्देश दिए। त्रिस्तरीय पंचायतों के लिए पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग और राज्य वित्त आयोग के तहत आवंटित धनराशि के अनुरूप कम खर्च पर मंत्री जी द्वारा पुनर्विचार करते हुए खर्च बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए।
उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायतों के पुनर्गठन, समेकन और आरक्षण की स्थिति पर चर्चा करते हुए पंचायतों की जो भी योजनाएं वर्तमान में चल रही हैं, उनकी प्रत्येक महीने की योजना-अनुसार मासिक प्रगति रिपोर्ट लेने के अलावा पंचायतों में निर्मित पंचायत भवनों की निगरानी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में पंचायती राज विभाग के सचिव हरीश चन्द्र सेमवाल,उप सचिव युगल किशोर, निदेशक पंचायती राज निधि यादव,संयुक्त निदेशक जगत सिंह पांडे, संयुक्त निदेशक प्रमुख गंगोत्री जोशी ,उप निदेशक मोहंत सिंह ब्रह्मचारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।