देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महामंत्री तथा प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के निर्देश पर केदारनाथ के महत्वपूर्ण उपचुनाव को मध्यनजर रखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा द्वारा पर्यवेक्षकों की नियुक्त की गई है। उन्होंने कहा कि खटीमा के विधायक व उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी एवं झबरेड़ा के विधायक बिरेन्द्र जाति को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
करन माहरा ने पर्यवेक्षकों से अपेक्षा की है कि वे शीघ्रता शीघ्र केदारनाथ विधानसभा पहुंचकर जिला ब्लॉक,नगर अध्यक्ष,पीसीसी सदस्य,कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागणों, कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित करते हुए सभी से व्यक्तिगत मुलाकात कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को उपलब्ध कराएं। और उसके बाद पर्यवेक्षकों की रिर्पोट हाईकमान को प्रेेेषित की जायेगी।
माहरा ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव को देखते हुए ब्लाक,नगर कांग्रेस के प्रभारियों की भी नियुक्ति कर दी गई है। प्रभारियों को तत्काल अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में जाकर शीध्र ही अपनी रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय को भेजने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने प्रभारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शीघ्र ही प्रभारियों की रिपोर्ट पर प्रत्येक मण्डल में में एक मण्डल प्रभारी की नियुक्त की जायेगी। जो प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता से संवाद कर भाजपा की नाकामियों को जनता तक पहॅुचाने का काम करेगा।
करन माहरा ने कहा कि केदारनाथ आपदा से ग्रस्त है जहां-तहां रास्ते अवरूद्व हुए हैं उनकी सुद लेने वाला कोई नही है। मुख्यमंत्री द्वारा अब केदारनाथ के उपचुनाव को देखते हुए अनकों कोरी घोषणायें की है। जबकि पहले की गई घोषणायें जस की तस हैं। वहां के छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाले व्यापारियों से भाजपा को कोई लेना देना नही है और व्यापारी हतास और निराश हैं।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ में 228 किलोे सोना पीतल में कैसे बदला यह सवाल तीर्थ पुरोहित लगातार लम्बे समय से विभिन्न मंचों पर उठा रहे है, कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार से इसकी उच्च स्तरीय जॉच कराने की मांग कर रही है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी होता परन्तु सरकार ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कार्यवाही नही की और जिस तरह से भाजपा सरकार द्वारा केदारधाम को बांटने का प्रयास किया गया है, उसे कतई बर्दास्त नही किया जा सकता है। केदार बाबा हम सबके आराध्य हैं एवं पालनहार है और हम सबको रास्ता दिखाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम को बांटने का प्रयास कर भाजपा की सरकार ने उत्तराखण्ड की पवित्र देवभूमि को कलंकित करने का काम किया है। इन्हें बाबा केदार कभी माफ नही करेंगे।
माहरा ने कहा कि ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द जी ने भी केदारनाथ में 228 किलो सोना गायब होने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि आखिर सोना है कहां गया? सरकार द्वारा कार्यवााही क्यों नही की गई? सरकार ने जबाव देने और कार्यवाही करने के बजाय उल्टा शंकराचार्य जी का घोर अपमान किया है। जिसके लिए सनातन प्रेमी भाजपा सरकार को कभी माफ नही करेंगे। इस सरकार से अब जनता और कांग्रेस पार्टी को न्याय की उम्मीद नही रह गई है। उन्होंने केदारनाथ की जनता से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है भाजपा से बदला लेने का। जिस तरह मुख्यमंत्री द्वारा केदारधाम से शीला ले जाकर दिल्ली में केदार बाबा की स्थापना करने की कोशिश की गई आप सबने खुलकर विरोध करते हुए भाजपा सरकार को आयना दिखाने का काम किया। परन्तु अभी भी केदारधाम से ले जाई गई शीला केदारनाथ वापस नही आई है, जब तक शीला को वापस केदारनाथ नही लाया जायेगा तब तक हम सब चैन से नही बैठेंगे और संघर्ष जारी रहेगा।