देहरादून(सूचना विभाग)। मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल आईएसबीटी क्षेत्र के ड्रेनेज प्लान की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हाल ही में डीएम ने शहर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और कार्यों में धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए संबंधित एजेंसियों एवं ठेकेदारों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि मानसून से पूर्व सभी ड्रेनेज कार्य पूर्ण कर लिए जाएं, ताकि आईएसबीटी क्षेत्र में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।
जलभराव से स्थायी निजात के लिए युद्धस्तर पर कार्य
डीएम ने आईएसबीटी में कार्यों की धीमी प्रगति पर सख्त नाराजगी जताई और निर्देश दिए कि कार्यों में आ रही बाधाओं की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। साथ ही उन्होंने मावश्रम, मटेरियल और मशीनरी की संख्या दोगुनी करने के निर्देश देते हुए यह कार्य मई से पूर्व पूर्ण करने को कहा। डीएम ने आदेश दिए हैं कि अब दिन-रात कार्य जारी रहेगा, जिससे वर्षों से मानसून में जलमग्न रहने वाला आईएसबीटी चौक इस बार राहत की सांस ले सके।
सीवर लाइन सुधार और नई लाइन बिछाने का कार्य जारी
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शिमला बाईपास से मुस्लिम बस्ती की ओर सीवर लाइन बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही वर्ष 2015-16 में ADB द्वारा निर्मित सीवर लाइन जो कि वर्तमान में जल संस्थान (पित्थूवाला खण्ड) को हस्तांतरित है, उसमें मुस्कान होटल प्वाइंट पर चोक की समस्या बनी हुई है। सीवर के ओवरफ्लो के कारण आसपास के क्षेत्रों में जलभराव और दुर्गंध की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
रात-दिन चलेगा ड्रेनेज कार्य – यातायात व्यवस्था में बदलाव
इस समस्या के समाधान हेतु मुस्कान होटल के निकट चोक को ठीक करने तथा 1600 मिमी व्यास की नई ड्रेनेज लाइन शीघ्र बिछाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस हेतु शिमला बाईपास चौक से सेंट जूड चौक तक लगभग 300 मीटर क्षेत्र में यातायात डायवर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक (यातायात) को निर्देशित किया गया है कि आगामी 7 दिनों तक सिंगल लेन को यातायात से मुक्त रखा जाए।
सभी विभागों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई के निर्देश
- लोनिवि पीआईयू: कार्य को निर्धारित 7 दिनों में पूर्ण कर दैनिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
- यूपीसीएल: विद्युत लाइनों का भूमिगतकरण या पोल शिफ्टिंग कार्य तुरंत आरंभ करेगा।
- जल संस्थान: सीवर लाइनों, संयोजनों व जलापूर्ति तंत्र को क्रियाशील बनाए रखेगा।
- सभी विभाग: कार्य क्षेत्र में 24×7 विभागीय उपयोगिता से संबंधित अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करेंगे।
जनस्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोपरि
ग्रीष्मकाल में जलभराव, जलनिकासी अवरोध एवं सीवर ओवरफ्लो के कारण संक्रामक रोगों व महामारी का खतरा बना हुआ है। अतः सभी संबंधित आदेशों एवं निर्देशों का अनुपालन आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत त्वरित रूप से सुनिश्चित किया जाएगा।