देहरादून, 5 दिसंबर 2024। बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ बुधवार को विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी के नाम नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह को ज्ञापन सौंपा। नगर मजिस्ट्रेट ने प्रतिनिधिमंडल को इस विषय पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि जनपद में बढ़ती नशाखोरी के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे आमजन में भय व्याप्त है। प्रतिनिधिमंडल ने चिंता जताई कि नशे का व्यापार हर परिवार के युवा को अपनी चपेट में ले रहा है। स्कूल, कॉलेज, संस्थान, मलिन बस्तियों से लेकर पॉश कॉलोनियों, पार्क, परिवहन, कार्यशालाओं, और यहां तक कि सरकारी विभागों के कर्मचारी भी इसकी गिरफ्त में हैं।
ज्ञापन में इस बात का भी जिक्र किया गया कि देहरादून में नशा और मोबाइल चलाते हुए वाहन चलाना आम बात हो गई है, जबकि पुलिस प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में असफल रहा है। होटल, पर्यटन केंद्र, अस्पताल, और डिलीवरी सेवाओं तक में नशे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। इस अवैध गतिविधि को बड़े राजनेताओं और अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, जिसे रोकना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
प्रतिनिधिमंडल ने याद दिलाया कि पिछले महीनों में भी नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी, जिसमें उत्तराखंड की पूर्व मुख्य सचिव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने देहरादून समेत पूरे राज्य में नशाखोरी पर रोक लगाने की एक स्वर में अपील की थी।
ज्ञापन में जनहित में व्यापक अभियान चलाने और समाज को नशाखोरी से मुक्त करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में अनंत आकाश, सचिव, सीपीआई ,नवनीत गुंसाई, केंद्रीय अध्यक्ष, आयूपी ,निर्मला बिष्ट, नेता, महिला मंच ,लेखराज, जिला महामंत्री, सीआईटीयू ,सुरेश कुमार, जिलाध्यक्ष, आंदोलनकारी परिषद,प्रभात डंडरियाल, अध्यक्ष, नेताजी संघर्ष समिति,शंभू प्रसाद ममगांई, महामंत्री, एआईएलयू,मनोज ध्यानी, वरिष्ठ आंदोलनकारी,ओमि उनियाल, नेता, यूकेडी,दुर्गा ध्यानी रतूड़ी, पुष्पा बहुगुणा, सरिता गौड़, और बिश्म्बर दत्त बौंठियाल सहित बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।