मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर चलने वाला मेगा अभियान ‘महाजनसम्पर्क अभियान’ अब 18 जुलाई तक चलेगा. उत्तर प्रदेश में इस अभियान के तहत होने वाला ‘संपर्क से समर्थन’ निर्धारित संख्या तक नहीं पहुंच पाया है. हर लोकसभा में 1000 ‘प्रभावशाली’ लोगों से संपर्क का जो टार्गेट सांसदों को दिया गया था, वो पूरा नहीं हो सका है. इसके साथ ही विधायकों के जिम्मे ‘हर घर सम्पर्क’ अभियान के तहत 200 परिवारों से मुलाक़ात का टार्गेट दिया गया था, वो भी पूरा नहीं हुआ. फिलहाल अब इसे पूरा करने के लिए पार्टी ने कवायद तेज कर दी है.
पार्टी ने देश भर में हर लोकसभा क्षेत्र में विशिष्ट लोगों से सम्पर्क की योजना बनाई थी. इसकी ज़िम्मेदारी न सिर्फ सांसदों को दी गई थी, बल्कि उनकी तरफ़ से सम्पर्क करने की जिम्मेदारी के लिए हर लोकसभा में 50 लोगों की टीम भी बनाई गई थी. लेकिन ये पूरा नहीं हो पाया. इसीलिए अभियान की तारीख बढ़ाने का फैसला किया गया है. इसमें हर लोकसभा में जहां तक सम्पर्क हुआ है, उससे आगे निर्धारित संख्या को पूरा करना होगा.
दरअसल, हर लोकसभा क्षेत्र में 50 लोगों को 1000 विशिष्टजनों से सम्पर्क की जिम्मेदारी दी गई थी. इसमें पार्टी के पदाधिकारी, मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक शामिल थे.हर लोकसभा में इसी 50 की टीम के ज़िम्मे लोकसभा के 1000 लोगों से सम्पर्क करने का काम था. यानी एक नेता को 20 प्रभावशाली लोगों से सम्पर्क करना था. उसमें हर जाति और धर्म के लोग थे जिनको सम्पर्क कर Modi @9 पुस्तक भेंट करना और योजनाओं की जानकारी देकर उनका समर्थन मांगना था.
एक महीने तक चले अभियान में सांसदों के जिम्मे दी गई
निर्धारित संख्या पूरी नहीं हुई.1000 विशिष्ट जनों से सम्पर्क कर उनका पार्टी और केंद्र की सरकार की योजनाओं के लिए समर्थन लेने का अभियान जारी रखने का फ़ैसला किया गया है.फ़िलहाल इस टार्गेट को पूरा करने के लिए 18 दिन का समय और बढ़ा दिया गया है.जानकारी के अनुसार इतनी बड़ी संख्या होने की वजह से 60-70 प्रतिशत लोगों के बीच ही सम्पर्क कार्यहो पाया है.
विधायक नहीं कर पाए 200 घरों में सम्पर्क
महाजनसम्पर्क अभियान में बीजेपी ने विधायकों को घर घर सम्पर्क करने का काम भी सौंपा गया था.पार्टी के हर कार्यकर्ता को जहां बूथ स्तर पर हर दरवाज़ा खटखटाना था वहीं विधायकों को अपने विधानसभा क्षेत्र में 200-200 घरों के सम्पर्क करना था . ये टास्क भी पूरा नहीं हो पाया.इसके अलावा पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए ‘टिफ़िन बैठक’ (Tiffin baithak) भी करना था जो बारिश और दूसरी वजहों से उस रूप में उम्मीद के मुताबिक़ नहीं हो पाया. पार्टी की मॉनिटरिंग में ये बात सामने आयी. अब पार्टी ने 18 जुलाई तक इन तीनों अभियानों को बढ़ाने का फ़ैसला किया है.यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा इसी 7-8 जुलाई को है.आगामी दिनों में और भी दौरे होने हैं. ऐसे में बीजेपी ने अब पूरी ताक़त सम्पर्क का टार्गेट पूरा करने में लगा दिया है.