देहरादून,(सू.वि.)। सरकार केसशक्त बेटी संकल्प से प्रेरित होकर जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा प्रारंभ किया गया नंदा-सुनंदा प्रोजेक्ट बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हो रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की होनहार बेटियों को शिक्षा जारी रखने में सहायता दी जा रही है।


अब तक इस योजना के अंतर्गत 25 बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है और पात्र बालिकाओं की पहचान कर उन्हें सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
जिलाधिकारी ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में बालिकाओं एवं उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षा ही वह साधन है जो किसी भी व्यक्ति को आत्मनिर्भर और सशक्त बना सकता है। उन्होंने बेटियों से आह्वान किया कि वे अपने लक्ष्य को कभी न छोड़ें और पूरे समर्पण के साथ मेहनत करें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि बालिकाओं में पढ़ाई जारी रखने की इच्छाशक्ति है, तो नंदा-सुनंदा प्रोजेक्ट उनकी आर्थिक सहायता के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने कहा कि यह परियोजना जरूरतमंद बेटियों के उज्जवल भविष्य की ओर एक सार्थक पहल है। उन्होंने आमजन से अनुरोध किया कि वे अपने आसपास की जरूरतमंद बेटियों को इस योजना के बारे में जानकारी दें, ताकि अधिक से अधिक छात्राएं इसका लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम के दौरान 6 बालिकाओं को कुल ₹3,02,774 की सहायता राशि के चेक वितरित किए गए:
- कु. अनुष्का भट्ट (16 वर्ष), कक्षा 10वीं — ₹87,350
- कु. सानवी (20 वर्ष), बीसीए — ₹25,000
- कु. हिमांशी (15 वर्ष), कक्षा 10वीं — ₹48,400
- कु. सिद्वी (17 वर्ष), कक्षा 11वीं — ₹44,600
- कु. निधि (15 वर्ष), कक्षा 9वीं — ₹39,100
- कु. अनुमेहा शाह (13 वर्ष), कक्षा 8वीं — ₹58,324
बालिकाओं एवं उनके परिजनों ने जिलाधिकारी और प्रशासन का आभार प्रकट किया तथा विश्वास दिलाया कि वे इस सहयोग को व्यर्थ नहीं जाने देंगे और पूरी मेहनत के साथ अपने सपनों को साकार करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास जितेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट कपिल कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।